जेनुइन विन्डोज ना हो तो क्या करे
मित्रो, पाईरेटेड सोफ्टवेयर कि समस्या सोफ्टवेयर इन्डसट्री के लिये काफी बडी है। मगर ये भी सच है कि, हमारे देश मे computer के प्रचार प्रसार मे इन पाईरेटेड सोफ्टवेयरो की भूमिका भी काफी बडी है।
आज भी हमारे देश मे 80% से भी ज्यादा computer पर पाईरेटेड सोफ्टवेयर इस्तमाल किये जाते है।
और शायद जो सोफ्टवेयर सबसे ज्यादा पईरेसी का शिकार है, वो है विन्डोज हालाकी अब ज्यादातर ब्रान्डेड computers के साथ विन्डोज की लाइसेन्स्ड कौपी आती है।
मगर फिर भी असेम्बल्ड PC में जिनका मर्केट शेयर 60%-65% है, मे पाईरेटेड सोफ्टवेयर ही इस्तमाल किये जा रहे है।
माइक्रोसोफ्ट के लिये ये अवश्य ही बडी समस्या है। जिसके लिये माइक्रोसोफ्ट वालो ने जेनुइन Validation प्रोग्राम शुरु किया है।
जिसके तहत हमे किसी भी important update को डाउनलोड करने से पहले अपने windows की कौपी को validate करना होता है।
और साथ ही Windows Genuine Advantage Validation tool अपने आप ही आटोमेटिक अपडेट के जरिए हमारे computers मे इन्स्टाल हो जाती है। WGA tool हर महीने अपडेट होती रहती है।
इसी कडी मे WGA tool v1.5.540.0 में Windows Genuine Advantage Notification (KB905474) को शामिल किया गया है।
यह Notification tool आपके विन्डोज मे लागआन करने पर आपको चेतावनी देता है कि आपकी विन्डोज की कौपी जेनुइन नही है। और आपको कुछ समय का इन्तेजार करवाने के बाद जब आप लोगिन होते है तो आपके सिस्टम ट्रे मे ये सन्देश पाप अप करता रहता है कि विन्डोज की कौपी जेनुइन नही इसे जेनुइन बनाए।
अब उसके लिए आपको खरीदनी होगी लाइसेन्स्ड कौपी और चुकाने होंगे पैसे। अब इस नोटीफिकेशन टूल को झेल चुके मेरे कुछ मित्रो को इससे छुटकारा पाने के लिये अपने सिस्टम को फार्मेट तक करवाना पड गया,
और सिस्टम फार्मेट करवाने के बाद आटोमेटीक अपडेट को बन्द रखने की मजबूरी अलग से।
तो ये लिजीए इससे छुटकारा पाने का तरीका
सबसे पहले इस फाइल को डाउनलोड करे zip फाइल का पासवर्ड है:- banarasibaaboo
अब zip फाइल को extract करें उसके बाद आप
%system root%:\WINDOWS\system32
डायरेक्टरी मे जाए और वहा से
LegitCheckControl.dll
WgaLogon.dll
WgaTray.exe
इन फाइलो को डाउनलोड किये हुए इनके क्रेक version से बदल दें। चाहे तो पहले इन फाइलों का बैकअप भी लेकर रख सकते है । विन्डोज इन फाइलो को चालु हालत मे डिलीट नही होने देता है, इस लिये इन्हे इस move on boot सोफ्टवेयर की सहायता से boot करते समय बदले इसे यहाँ से डाउनलोड करे यह व्यक्तीगत उपयोग के लिये मुफ़्त है। सिस्टम रिबुट करे।
और अपने सिस्टम को फिर से पहले की तरह एन्जोय करे। और आटोमेटीक अपडेट का भी मजे से इस्तमाल करे ये फाइले restore नही होंगी।
ये तरीका मेरा अपने xp professanol पर चेक किया हुआ है। और दो महीनो के दौरान मुझे कोइ समस्या नही आइ।
वैसे अब तो मेरा विन्डोज जेनुइन बन चुका है वो भी बिना एक भी पैसा खर्च किये ,लेकिन उस तरीके को यहा इस प्रकार छापना उचित नही होगा।
हाँ और कृपया अपने कमेन्ट्स यहाँ जरुर लिखें, क्योकी Replying Doesn't Cost Anything But It Can Bring A Smile To The Face Of The Poster. बाकी फिर कभी.
3 comments:
सही कहा है आपने , कि "हमारे देश मे computer के प्रचार प्रसार मे इन पाईरेटेड सोफ्टवेयरो की भूमिका भी काफी बडी है। " और कम्पयूटर ही क्यों अगर कुछ साल पहले कैसॆट और सी.डी . के ही कीमतो पर नजर दौडायें तो पाइरेट्ड की वजह से इनकी कीमतों मे लगातार गिरावट आयी है. इसी तरह दवाओं की कीमतों को देखें तो कुछ साल पहले जो सीपरोफ़्लोक्सोसिन ५०/-की एक गोली थी वह आज ४/ से ८/ के बीच मे है और इसका श्रेय किसी एक कम्पनी पर आश्रित होना न रहा. आने वाले दिनों मे कोई आशचर्य नही कि विन्डोज की कीमते भी अपने धरातल पर आ जायें.
माइक्रोसोफ्ट वालो की ऐसी कम तैसी तो बढिया करी और अब आगे क्या इरादा है.
बनारसी बाबू,
चोरी किसी भी तारिके से की जाये चोरी होती है। कोई वस्तु महंगी है, इसका मतलब यह नही कि चुराकर उपयोग मे लायी जाये।
यदि आप विण्डोज नही खरीद सकते तो लिन्क्स उपयोग किजिये, विन्डोज से किसी भी मामले मे कम नही है लेकिन चोरी मत किजीये।
समर्थन व्यक्त करने के लिए डाक्टर साहब का धन्यवाद।
"चोरी किसी भी तारिके से की जाये चोरी होती है"
आपकी बात पूरी तरह सही है आशीष जी। मगर PC पर सिर्फ़ विण्डोज ही नही और भी सोफ्टवेयर लेने होते है। और सिर्फ़ घरेलू उपयोग हेतु इतने महंगे सोफ्टवेयर लेना , और वो भी तब जब की पाइराइटेड सोफ्टवेयर लगभग मुफ़्त मे ही मिल जाते हों। तो बात कुछ हजम नही हो पाती।
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